हेमंत सोरेन के साथ जुटे साथी दलों के दिग्गज, झारखंड में कितनी दिखी INDIA की ताकत?

Hemant Soren Oath Ceremony: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के पांच दिन बाद गुरुवार (28 नवंबर) को रांची के मोहराबादी मैदान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झा

4 1 4
Read Time5 Minute, 17 Second

Hemant Soren Oath Ceremony: झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने के पांच दिन बाद गुरुवार (28 नवंबर) को रांची के मोहराबादी मैदान में आयोजित भव्य कार्यक्रम में हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उनकी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की अगुवाई वाले गठबंधन को चुनाव में बड़ी जीत मिली थी. इसलिए, झारखंड में नई सरकार के गठन के मौके पर इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) गठबंधन ने खुलकर शक्ति प्रदर्शन किया.

क्या हेमंत सोरेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दिया था न्योता?

राज्यपाल संतोष गंगवार ने हेमंत सोरेन को झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई. हेमंत सोरेन के साथ झामुमो या गठबंधन के किसी और दलों के किसी विधायक ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली. हालांकि, सीएम के साथ छह से आठ मंत्रियों के भी शपथ लेने की चर्चा थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया. इसके बावजूद इंडिया गठबंधन के कई दिग्गज समारोह में मौजूद रहे. हेमंत सोरेन ने नतीजे आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. चर्चा के मुताबिक उन्हें अपने शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता भी दिया था.

समारोह में शिबू सोरेन के साथ मौजूद थे गठबंधन के ये दिग्गज

झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के पिता और तीन बार झारखंड के मुख्यमंत्री रह चुके शिबू सोरेन भी समारोह में आशीर्वाद देने के लिए मौजूद रहे. हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह में उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन और कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी शामिल हुए.

झामुमो, कांग्रेस, राजद और वामपंथी दलों के गठबंधन को बहुमत

झारखंड विधानसभा चुनाव में झामुमो, कांग्रेस, राजद और वामपंथी दलों के साथ गठबंधन कर मैदान में उतरी थी. इस गठबंधन को झारखंड विधानसभा की कुल 81 सीटों में से 56 सीटों पर जीत मिली थी. जबकि, बहुमत के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा 41 विधायकों का है. इस तरह इंडिया गठबंधन के विधायकों की संख्या बहुमत के लिए जरूरी आंकड़े से भी 15 ज्यादा है. नतीजे के मुताबिक, झामुमो को सबसे ज्यादा 34 सीटें मिली हैं. कांग्रेस को 16, राष्ट्रीय जनता दल को चार और लेफ्ट पार्टी को दो सीटो पर जीत मिली थी.

झारखंड चुनाव के नतीजे के बाद मुख्यमंत्री को लेकर नहीं था सस्पेंस

झारखंड चुनाव के नतीजे आने के अगले दिन राज्यपाल संतोष गंगवार से मुलाकात कर हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था. झारखंड में हालांकि, मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी भी तरह का कोई सस्पेंस नहीं था, लेकिन हेमंत सोरेन के मंत्रिमंडल की तस्वीर पर गठबंधन के साथी दलों में सहमति अभी तक नहीं बन सकी है. इसके चलते हेमंत सोरेन के साथ किसी और विधायक ने मंत्री पद की शपथ नहीं ली, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह में गठबंधन ने अपनी पूरी ताकत दिखाई.

ये भी पढ़ें- Jharkhand Results: वोट 10 फीसदी कम, लेकिन JMM ने कैसे जीत ली BJP से 13 ज्यादा सीटें?

हेमंत सोरेन के साथ किसी विधायक ने क्यों नहीं ली मंत्री पद की शपथ?

सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने पहले डिप्टी सीएम पद की मांग की थी. बाद में इससे पीछे हटते हुए चार विधायकों पर एक मंत्री के पुराने फॉर्मूले के तहत चार मंत्री पद की डिमांड करने लगी. हेमंत सोरेन की पिछली सरकार में भी 16 विधायकों वाले कांग्रेस को चार मंत्री पद दिया गया था. हालांकि, गठबंधन में शामिल राजद और लेफ्ट पार्टी ने भी पुराने फॉर्मूले के तहत ही मंत्री पद की मांग की, लेकिन इनके बीच पोर्टफोलियों पर पेंच फंसने की चर्चा की जा रही है.

ये भी पढ़ें- चौथी बार झारखंड के CM बने हेमंत सोरेन, रांची में विपक्ष के नेताओं की मौजूदगी में ली शपथ

इंडिया गठबंधन में बढ़ा 49 वर्षीय आदिवासी नेता हेमंत सोरेन का कद

दूसरी ओर, केंद्र में विपक्षी गठबंधन इंडिया में 49 वर्षीय आदिवासी नेता हेमंत सोरेन का कद अचानक काफी बढ़ा हुआ समझा जाने लगा है. इंडिया गठबंधन के दिग्गजों के उनके शपथ ग्रहण समारोह में मौजूदगी ने हेमंत सोरेन को काफी मजबूती दी है. एक दिन पहले ही हेमंत सोरेन ने क्रेडिट बांटते हुए कहा भी था कि सभी के सहयोग से उन्हें यह शानदार जीत मिली है. इसके साथ ही हेमंत सोरेन को भाजपा के शीर्ष और स्थानीय नेतृत्व की ओर से भी शुभकामनाएं मिल गईं.

तमाम खबरों पर नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Hindi News Today और पाएं Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी. देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और रहें अपडेटेड!

स्वर्णिम भारत न्यूज़ हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं.

मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Laptops | Up to 40% off

अगली खबर

संभल हिंसा मामला: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा मस्जिद पक्ष, सर्वे आदेश के खिलाफ दी याचिका, कल होगी सुनवाई

डिजिटल डेस्क, संभल। संभल जिले स्थित जामा मस्जिद बनाम हरिहर मंदिर विवाद मामले में मस्जिद पक्ष सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मस्जिद पक्ष को ओर से जामा मस्जिद संभल प्रबंध कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दी है।

आपके पसंद का न्यूज

Subscribe US Now